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संत हिरदाराम नगर :- छात्राओं में सेवा भावना जागृत करने का माध्यम हैं एन एस एस कैम्प : हीरो ज्ञानचंदानी
संत हिरदाराम गर्ल्स कॉलेज, भोपाल का सात दिवसीय एनएसएस कैम्प 1 से 7 मार्च तक गोद लिए गये गाँव मुगालिया हाट के समीप प्रेरणा किरण हायर सेकेंडरी स्कूल में लगा।कैम्प के समापन समारोह में छात्राओं को प्रेरित एवं उत्साहित करते हुए संत हिरदाराम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स के ग्रुप डायरेक्टर एवं शहीद हेमू कालाणी एजुकेशनल सोसाइटी के वाईस प्रेसिडेंट हीरो ज्ञानचंदानी ने कहा कि संत के विज़न और एन एस एस के लक्ष्य में समानता है।राष्ट्रीय सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य युवा छात्रों को सामुदायिक सेवा के माध्यम से अपने व्यक्तित्व को विकसित करने के लिए अनुभव प्रदान करना है। राष्ट्रीय सेवा योजना का आदर्श वाक्य है “नॉट मी बट यू” अर्थात अपने से पहले दूसरे का कल्याण।संत शिरोमणि हिरदाराम साहिब के आशीर्वाद एवं उनके उत्तराधिकारी श्रद्धेय सिद्ध भाउजी के मार्गदर्शन में संत हिरदाराम गर्ल्स कॉलेज निरंतर कार्यरत है, मूलतः इसी भावना के साथ एनएसएस के सात दिवसीय कैम्प छात्रों को ग्रामीण परिवेश को समझने एवं उन्हें विभिन्न शासकीय योजनाओं, शहरी परिवेश से अवगत कराने का माध्यम हैं। वर्तमान में एन एस एस के माध्यम से समस्त कल्याणकारी शासकीय योजनाओं को ग्रामीणों एवं वंचित वर्ग के बीच ले जाया जा रहा है। भारत का क्षय एवं हेपेटाइटिस मुक्त होने का लक्ष्य भी उच्च शिक्षा विभाग एनएसएस के माध्यम से प्राप्त करने का प्रयास करेगा। इसी तारतम्य में ग्रामीण जनसमुदाय के मध्य जागरूकता फैलाने के लिए संत हिरदाराम गर्ल्स कॉलेज की छात्राओं ने कैम्प के सात दिन सघन जनसंपर्क किया और निक्षय योजना, हेपेटाइटिस के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज के विषय मे जागरूक किया। प्रत्येक ग्रामीण को ये बात अच्छे से समझाई गई कि मतदान प्रक्रिया लोकतंत्र के लिए कितनी अनिवार्य है। इस कैम्प में विभिन्न बौद्धिक सत्र आयोजित हुए जिनमें दुर्गा मिश्रा एन एस एस की राजपथ परेड कैम्प की पूर्व स्वयं सेवक एवं इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता ने कैम्प की महत्ता तथा नृत्य की बारीकियाँ सिखाईं।विद्युत नियामक आयोग के संयुक्त निदेशक अमित खरे द्वारा "ऊर्जा संरक्षण एवं गैर पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों से ऊर्जा उत्पादन" विषय पर चर्चा की गई। उन्होंने छात्राओं को उपभोक्ता अधिकारों की जानकारी भी देते हुए ग्रामीणों को इसके संबंध में अवगत कराने हेतु जागरूक किया। उन्होंने मोनोपॉली उद्योग और उससे जुड़ी शिकायतों के निवारण के लिए बनी शासकीय व्यवस्था को विस्तार से समझाया।आहार एवं पोषण विभाग की प्रो बबिता गोस्वामी ने "स्वस्थ जीवन शैली में आहार का महत्व" विषय पर चर्चा कर छात्राओं की जिज्ञासा का समाधान किया।जीवन ज्योति चैरिटेबल ट्रस्ट से पधारे अनिल खरे बौद्धिक सत्र के आमंत्रित अतिथि थे। उन्होंने छात्राओं एवं ग्रामीणों को जीन्स से थैले बनाना, सीड बॉल्स बनाना सिखाया। ये दोनों गतिविधियाँ पर्यावरण संरक्षण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।यह जानकारी एवं हुनर, संस्था के सदस्यों कविता जैन, मेघा थत्ते द्वारा सिखाया गया। एक अन्य सदस्य सरिता शर्मा ने अंग दान के लिए छात्राओं को प्रेरित किया। रात्रि में कैम्प फायर का आयोजन किया गया जिसमें नृत्य, नाटिका, गायन, एकल अभिनय आदि कला की अनेक विधाओं का प्रदर्शन किया गया। कैम्प के अंतिम दिन कैम्प फायर में प्राचार्य डॉ डालिमा पारवानी, आहार एवं पोषण की प्रो बबिता गोस्वामी, भाषा विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ नेहा गुप्ता, अमित वर्मा, मंजू देवनानी, कंप्यूटर साइंस विभाग सहित महाविद्यालय के अनेक सदस्य उपस्थित थे।
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