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संत हिरदाराम नगर :- शहीद हेमू कलानी एजुकेशनल सोसायटी द्वारा संचालित विद्यासागर पब्लिक स्कूल,
और उसके दो सहयोगी स्कूलों द्वारा संत हिरदाराम ऑडिटोरियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम किड्स कार्निवल का आयोजन किया गया। नन्हें- मुन्ने प्रतिभाशाली बाल कलाकार सुंदर वेशभूषाओं में सजे-धजे बहुत ही उत्साहित थे। विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में पधारे मुख्य अतिथियों का स्वागत पारंपरिक तरीके से तिलक लगाकर पुष्प गुच्छों से किया ।कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं डॉ.निशा अजय सक्सेना, सदस्य, म. प्र.बाल अधिकार संरक्षण आयोग. उनके साथ उनके पतिदेव अजय सक्सेना, पुत्र कार्तिक व पुत्री कीर्ति भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे समाजसेवी कमल प्रेमचंदानी। अध्यक्षता संस्था के उपाध्यक्ष हीरो ज्ञानचंदानी ने की। हमारी मुख्य अतिथि डॉ. निशा सक्सेना ने अपने वक्तव्य में अभिभावकों से कहा कि एक आदर्श विद्यार्थी में पांच लक्षण होने ही चाहिए। जो मन लगाकर पढ़े, माता-पिता का कहना माने, संयम से चले, अनुशासन का पालन करें, सरलता के नहीं बल्कि कठिनाई के मार्ग पर चलकर आगे बढ़े वहीं एक आदर्श विद्यार्थी है। एक आदर्श विद्यार्थी को अध्ययन- मनन- चिंतन के लिए समय का प्रबंधन करना भी अति आवश्यक है। जिसके लिए उसके माता-पिता की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। माता-पिता ही बच्चे को सही दिशा देते हैं। उन्होंने नारी सशक्तिकरण का उल्लेख करते हुए कहा कि घर से लेकर परिवार तक और परिवार से समाज तक सारी बागडोर एक नारी के हाथ में होती है। एक महिला अपने सभी रिश्तों की भूमिका निभाते हुए परिवार को एक सूत्र में बांधकर रखती है। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि संत जी और श्रद्धेय सिद्ध भाऊ के आशीर्वाद से आपके बच्चे इतने अच्छे स्कूल में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी प्राप्त कर रहे हैं जहां शासन के द्वारा लागू सभी नियमों और गतिविधियों का पालन किया जाता है। आज आप स्कूल के सांस्कृतिक कार्यक्रम में आए हैं, सांस्कृतिक कार्यक्रम वह होता है जिससे बच्चा अपने संस्कार और संस्कृति से जुड़ता है और बच्चे का सर्वांगीण विकास होता है। इन्हीं कार्यक्रमों से बच्चा अपनी प्रतिभाओं और क्षमताओं को उजागर करता है।कार्यक्रम में सिंधी साहित्य अकादमी के पूर्व संचालक व भारत विकास परिषद के अध्यक्ष कमल प्रेमचंदजी ने अपने उद्बोधन में कहा कि अभिभावकों और बच्चों का भविष्य अलग नहीं है बल्कि आपस में जुड़ा हुआ है। अभिभावकों को खेल-खेल में शिक्षाप्रद कहानियों के माध्यम से बच्चों में संस्कार और गुण विकसित करने चाहिए और उन्हें मोबाइल से दूर रखना चाहिए। साथ ही उनके मित्रों और संगत पर भी नजर रखनी चाहिए। शहीद हेमू कॉलोनी एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष श्रद्धेय संत सिद्ध भाऊ जी द्वारा सभी नन्हें- मुन्ने प्रतिभागी बच्चों को इस कार्यक्रम हेतु आशीर्वाद और शुभकामनाएं प्रेषित कीं।इस अवसर पर जीव सेवा संस्थान के सचिव महेश दयारामानी ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस उपनगर में परमहंस संत हिरदाराम साहिबजी के आशीर्वाद एवं उनके उत्तराधिकारी श्रद्धेय सिद्ध भाऊजी की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में स्वास्थ्य, शिक्षा एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में अतुलनीय कार्य हो रहा है। विद्यासागर पब्लिक स्कूल राजधानी का पहला आई.एस.ओ सर्टिफाइड स्कूल है जहां खेल खेल में व अन्य गतिविधियों के माध्यम से नन्हे मुन्नों को संस्कारों से युक्त गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा रही है. ये बच्चे केजी के बाद बिना किसी अतिरिक्त एडमिशन फीस के संस्था के सीबीएसई स्कूलों नवनिध एवं मिठी गोबिंदराम स्कूलों में पढ़ने जाते है। इन स्कूलों से पढ़कर कई बच्चे डॉक्टर, इंजिनियर, सीए बनकर बड़े बड़े पैकेज पर उच्च पदों पर है। केवल विद्यासागर स्कूल ही एक सीढ़ी है इन स्कूलों में एडमिशन पाने की. सांस्कृतिक कार्यक्रम में नन्हें कलाकारों ने गणेशजी की वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत की जिससे उनका आशीर्वाद सदैव सब पर बना रहे। तत्पश्चात उन्होंने स्वागत गीत पर थिरकते हुए सभागार में उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत किया। सम्मानीय अतिथियों ने भी तालियों की गूंज के साथ उनका उत्साहवर्धन किया। विविध विषयों पर आधारित नाटक,नृत्य, वेशभूषा और संस्कृति को दर्शाती नन्हें कदमों की ताल ने सभागार में ऐसा समां बांधा की दर्शक आनंद विभोर हो गए। जहाँ राम- राम, महाभारत और तुकाराम नाटकों ने भक्ति- भाव और आध्यात्मिकता की अनुभूति कराई वहीं आर्मी और मेजर ध्यानचंद नाटकों ने देशभक्ति और देश प्रेम का भाव जागृत किया। गमी बियर और कैटरपिलर डांस में नर्सरी के नटखट बच्चों ने अपने मनोरंजक डाॅंस से सबका मन मोह लिया। ओलेलेरू एवं राजस्थानी गीत की ताल से ताल मिलाकर तो उन्होंने धमाल ही कर दिया। कार्यक्रम में कुल 380 प्रतिभागियों ने अपनी प्रस्तुति दी। इसके पूर्व स्कूल की प्रधानाध्यापिका मिष्ठी वासवानी ने स्वागत भाषण दिया और विद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि विद्यालय में अनुभवी शिक्षिकाओं द्वारा गतिविधियों के माध्यम से शिक्षा दी जाती है। हरे- भरे सुंदर लाॅन में झूले, फिसलपट्टी व अन्य खेलकूद के सामान उपलब्ध हैं। संस्था की बसों में जी.पी.एस.सिस्टम, कैमरे, स्पीड गवर्नर एवं महिला हेल्पर की व्यवस्था है। युक्ति संगत फीस पर विद्यार्थियों को संस्कारों से युक्त उत्कृष्ट शिक्षा दी जाती है। शैक्षणिक सत्र 2024- 25 हेतु एडमिशन प्रक्रिया दिनांक एक दिसंबर, 2023 से प्रारंभ होगी जो कि पहले आओ पहले पाओ सिद्धांत पर आधारित होगी । इच्छुक पालकगण विद्यालय की वेबसाइट www vpsbhopal.com पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।कार्यक्रम में संस्था के वरिष्ठ सदस्य, पदाधिकारी एवं उपनगर के गणमान्य नागरिक हीरो ज्ञानचंदानी, ए. सी.साधवानी, महेश दयारामानी, घनश्याम बूलचंदानी, भगवान दामानी, भगवान बाबानी.मनोहर वासवानी, के.एल. रामनानी, के.एल.मोटवानी, थावर वरलानी, मोहित शेवानी, राजकुमार मूलचंदानी , अजय बहादुर, अमृता मोटवानी, जय मूर्ति, आशा चंगलानी, स्कूल की शिक्षिकाएं, पत्रकारगण और लगभग पूरे स्कूल के पालकगण आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का कुशल संचालन शिक्षिका वीना दुलानी के साथ विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा किया गया। अंत में सभी अतिथियों एवं सहयोगियों का आभार, संस्था की अकादमिक हेड, जय मूर्ति द्वारा व्यक्त किया गया एवं कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगीत वन्दे मातरम के साथ किया गया। कार्यक्रम का लाइव प्रसारण यूट्यूब पर किया गया.
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