अजय गोहिल रायसेन m 9425036074,9826761876
रायसेन :- सोम डिस्टलरी शराब फैक्ट्री से लगभग 58 नाबालिग बच्चों को बाल मज़दूरी करते हुये रेस्कू किया
रायसेन जिले की सोम डिस्टलरी शराब फैक्ट्री से राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो द्वारा 58 बाल मजदूरी करते बच्चे रेस्क्यू किए जाने के बाद से सरकार की सख्ती से पूरे महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।इस मामले में रायसेन शराब फैक्ट्री के संचालक पर मामला दर्ज कर लिया गया हैं।जिला प्रशासन ने संबंधित विभागों की संयुक्त टीम बनाकर रेस्क्यू किये गए बच्चों और उनके परिजनों के बयान लेकर उन्हें आज CWC में पेश किया है।इस दौरान रायसेन कलेक्टर एसपी और सभी प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में बयान दर्ज कराए गए।आपको बता दें कि कल रायसेन में बाल संरक्षण आयोग और बचपन बचाओ आंदोलन की संयुक्त टीम ने सोम फैक्ट्री में छापामार कार्यवाही को अंजाम दिया था और लगभग 58 नाबालिग बच्चों को बाल मज़दूरी करते हुये रेस्कू किया था इसके बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुये कठोर कार्यवाही के निर्देश दिए थे। इसके बाद सहायक आबकारी आयुक्त कन्हैया अतुलकर सहित तीन अन्य आबकारी इंस्पेक्टर एवं एक श्रम विभाग के अधिकारी को मिला कर अब तक 5 अफसरों को निलंबित कर दिया गया हैं और इस पूरे मामले को अब रायसेन कलेक्टर अरविंद दुबे और एसपी विकास कुमार शहवाल बारीकी से मॉनिटरिंग कर रहे है।बाल मजदूरी के इस बड़े मामले में CM डॉ मोहन यादव के संज्ञान लेने के बाद फैक्ट्ररी में बालश्रम के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है रात में प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी कन्हैयालाल अतुलकर और 3 आबकारी उप निरीक्षक प्रीति शैलेंद्र उइके, शेफली शर्मा और मुकेश कुमार को निलंबित किया था वहीं जिला प्रशासन ने एक और बड़ा एक्शन लेते हुए श्रम निरीक्षक मंडीदीप रामकुमार श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया है. निलंबन की कार्रवाई कर श्रमायुक्त ने निलंबन के आदेश जारी किये हैं. उन पर घोर लापरवाही बरतने की वजह से ये कार्रवाई की गई है।बाल आयोग की टीम ने जिन बच्चों को कल रेसस्कू किया था उनके परिजनों को बुलाकर आज उनके बयान लेकर उन्हें CWC के सामने पेश कर किया गया है विभिन्न विभागों के अफसर के द्वारा उक्त मामले की जांच कराई जाकर आगे कि कार्रवाई की जा रही है।बीती रात बाल आयोग के अध्यक्ष द्वारा बच्चे गायब होने के आरोप लगाए जाने के बाद एसपी विकाश शहवाल ने बताया कि बच्चे गायब नही हुए थे।दिन भर बीत जाने के बाद उनके परिजन उन्हें ले गए थे। आज हमने प्रशासन की संयुक्त टीम के साथ गांव में जाकर बच्चों ओर उनके परिजनों के बयान लेकर सीडब्ल्यूसी,लेबर अधिकारी एव सामाजिक न्याय विभाग तथा इंडस्ट्रियल हेल्थ एंड सेफ़्टी की अधिकारीयों ने मिल कर स्टेटमेंट लेने वाली कार्रवाई की और Cwc के द्वारा सारी कार्रवाई की जा रही है।माननीय अध्यक्ष बाल आयोग के पत्र के बाद हमने सोम डिस्लरी कंपनी के संचालक के खिलाफ FIR दर्ज की है। पुलिस ने jj एक्ट 2015 एव ipc की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है आगे की कार्रवाई अभी चल रही है।
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