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संत हिरदाराम नगर :- परमहंस संत हिरदाराम साहिब के आशीर्वाद से स्थापित एवं उनके उत्तराधिकारी श्रद्धेय सिन्द्धप्भाऊ की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में संचालित शहीद हेमू कालानी एजूकेशनल सोसायटी के समस्त स्कूलों एवं कालेजो- मिठी गोबिंदराम पब्लिक स्कूल, नवनिध हासोमल लखानी पब्लिक स्कूल, चिल्ड्रेन्स होप इंडिया गर्ल्स स्कूल
(गांधीनगर), केवलराम चैनराय पब्लिक स्कूल, करोंद, विद्यासागर पब्लिक स्कूल, संत हिरदाराम गर्ल्स कॉलेज तथा संत हिरदाराम प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग विज्ञान महाविद्यालय द्वारा दिनांक 26.07.2023 को कारगिल विजय दिवस मनाया गया एवं युद्ध में शहीद हुए सेना के जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। मुख्य कार्यक्रम नवनिध स्कूल के ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि कर्नल नारायण पारवानी थे। कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन तथा मुख्य अतिथि का परिचय संस्था के सचिव, ए सी साधवानी ने दिया. इस अवसर पर अपने सम्प्रेषित संदेश में श्रद्धेय सिद्ध भाऊ ने संस्था के समस्त स्टाफ को विजय दिवस की बधाई दी और विद्यार्थियों को अपने देश के लिए पूर्ण समर्पण से कार्य करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि देशभक्ति केवल सेनाओं में कार्य करने से ही नहीं होती बल्कि अपना हर कर्तव्य चाहे वह पढ़ाई हो, अपना व्यवसाय या नौकरी हो, देश के अन्य नागरिकों के प्रति सदभावना हो, वे संस्कारों से ओतप्रोत नागरिक बनें, माता-पिता एवं बड़ों के प्रति सम्मान भाव हो, वाणी में मधुरता हो आदि गुणों को समाहित करने से भी देश के प्रति भक्ति का भान होता है कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में कर्नल नारायण पारवानी ने अपने ओजस्वी सम्बोधन में विद्यार्थियों को कारगिल की विजय गाथा का विस्तृत वर्णन करते हुए कहा कि कारगिल युद्ध 3 मई से 26 जुलाई 1999 तक दुनिया के सबसे ऊँचे स्थान पर लड़ा गया युद्ध था, जिसमें पाकिस्तानी सैनिकों के आत्मघाती हमले में भारतीय नौजवानों ने अपनी बहादुरी के जज्बे का सबूत दिया और जीत हासिल की।वह जज्बा था – देशभक्ति का, देश प्रेम का. सैनिकों ने अत्यधिक तकलीफें उठाकर अपने देश के लिए एवं हम सबकी सुरक्षा के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिये। इस यु़द्ध में 527 जवानों ने अपनी शहादत दी और 1365 जवान गम्भीर रूप से घायल हुए। उन्होंने भारत माता की रक्षा के लिए वह कर दिखाया, जो तक़रीबन असम्भव था। कर्नल पारवानी ने कारगिल की भौगोलिक स्थिति बताते हुए युद्ध की यथार्थ स्थिति को प्रस्तुत किया। उन्होंनें नौजवानों को युद्ध के दरम्यान आने वाली मुश्किलों एवं उनका सामना करने वाली स्थिति से परिचित कराया। यह युद्ध ऐसा था जिसको प्रत्येक भारतीय ने अपने घरों में देखा। टी.वी. के माध्यम से पूरा देश सेना के साथ जुड़ गया था। इस युद्ध ने पूरे देश को देशभक्ति के रंग मे रंग दिया था। पारवानी ने कहा कि भविष्य में विद्यार्थी भी ऐसे वीरतापूर्ण कार्यों में भाग ले सकते हैं।इस कार्यक्रम में शहीद हेमू कालानी शैक्षणिक संस्थान के उपाध्यक्ष हीरो ज्ञानचंदानी, सचिव ए.सी. साधवानी, सह-सचिव के.एल. रामनानी, कोषाध्यक्ष भगवान दामानी, एकेडेमिक डायरेक्टर गोपाल गिरधानी, प्रशासनिक अधिकारी भगवान बाबाणी, मनोहर वासवानी, एकेडेमिक हेड जयश्री मूर्ति, संस्था द्वारा संचालित समस्त स्कूलों/कालेजों के प्राचार्य – अजय बहादुर सिंह, डॉ. डालिमा पारवानी, अमृता मोटवानी, राजेश लालवानी, मिष्टी वासवानी, प्रिया जैन शर्मा ने समस्त स्टाफ एवं विद्यार्थियों को कारगिल विजय दिवस की हार्दिक बधाई दी। कार्यक्रम के अंत में कारगिल युद्ध में अमर हुए शहीदों को समस्त उपस्थितों ने अपने-अपने स्थान पर खड़े होकर एवं दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी. कार्यक्रम का सफल संचालन समीक्षा पेसवानी द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन उपरांत राष्ट्रगीत के साथ इस राष्ट्र-भक्ति से ओतप्रोत आयोजन का समापन हुआ.
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