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संत हिरदाराम नगर :- शहीद हेमू कालानी एज्युकेशनल सोसायटी द्वारा संचालित स्कूलों के शिक्षकगणों के लिये 7 जून से 12 जून तक....
शहीद हेमू कालानी सोसाइटी के प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन पर श्रद्धेय सिद्ध भाऊ की आशीर्वादपूर्ण पावन उपस्थिति शहीद हेमू कालानी एज्युकेशनल सोसायटी द्वारा संचालित स्कूलों के शिक्षकगणों के लिये 7 जून से 12 जून तक आयोजित किये जा रहे ष्शिक्षक उन्मुखीकरण कार्यक्रमष् के अंतिम दिन तीन अलग.अलग विधा के विद्वानों द्वारा अपने क्षेत्र में प्राप्त अनुभवों के आधार पर शिक्षगणों को जुदा.जुदा विषयों पर ज्ञान और प्रशिक्षण प्रदान किया। आज प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन पर संस्था के अध्यक्ष श्रद्धेय सिद्ध भाऊ ने अपनी पावन उपस्थिति से सबको आशीर्वाद प्रदान किया और विश्वास प्रकट किया कि सभी शिक्षकगण इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ लेकर विद्यार्थियों को संस्कारों से युक्त गुणवतापूर्ण शिक्षा देने में आवश्य सफल होंगे। इस छरू दिवसीय कार्यक्रम में संस्था के समस्त आठों स्कूलों के 200 से भी अधिक शिक्षकगण उपस्थित थे। रीजनल इन्स्टीट्यूट ऑफ एजूकेशनए भोपाल के प्रोफेसर डॉण् रमेश बाबू ने ष्ष्परिवर्तन के लिए शिक्षाष्ष्;म्कनबंजपवद वित ज्तंदेवितउंजपवदद्ध विषय पर बोलते हुए कहा कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली बच्चों को उनके वर्तमान में जीने नहीं देतीए वे केवल भविष्य के सपनों ध्उद्देश्यों को कल्पना में रखकर अपनी पढ़ाई करते हैं। बच्चों को कोर्स में तो नैतिकता और उच्च मूल्यों को अपनाने की बात की जाती है लेकिन वे अपने आसपास जो देखते हैं वह उसके विपरीत होता है। एक ही समय में वर्तमानए भूत और भविष्य में जीने के कारण शिक्षक भी वर्तमान में बहुत तनाव की स्थिति में हैं। नैतिकता के मानदण्डों में अनिश्चितता से बाहर आने के लिये शिक्षा की आवश्यकता होती है। इतिहास सदैव परिवर्तशील होता है इसलिये वर्तमान में शिक्षा के क्षेत्र में हम परिवर्तन की स्थिति में हैं। शिक्षकों को परिवर्तन की गतिए परिवर्तन का स्वरूप और परिवर्तन की मात्रा या दर को समझना आवश्यक है। भविष्य के लिये एक विषयए विधा या दिशा के स्थान पर बहुमुखी ज्ञान या जानकारी अति आवश्यक है। भारत सरकार की नई शिक्षा प्रणाली में विद्यार्थियों में किताबी ज्ञान की गंगा बहाने के स्थान पर उनके अन्दर कौशल विकसित करने पर बल दिया गया है। उनको इस प्रकार की शिक्षा दी जाए जिससे वे स्वावलम्बी बनें। शिक्षा तीन एच्छ अर्थात हेडए हार्टए और हैंड प्रणाली पर आधारित हो जिसमें बच्चे की शिक्षा के उचित आकलन की व्यवस्था होनी चाहिये। शिक्षक को एक फेस्लिीटेटर की भूमिका निभाते हुए बच्चों को गतिविधि आधारित शिक्षा प्रदान करके उनके अन्दर लेखन.कौशलए व्यवस्था.कौशलए आकलन.कौशल और युक्ति.कौशल विकसित करने की ओर ध्यान देना चाहिये।अंतिम सत्र में ग्लोबल विज़न सोल्यूशनए भोपाल के सीईओ सुमित दलेला ने ष्ष्आईण्एसण्ओण् के प्रति जागरुकताष्ष् विषय पर प्रतिभागियों के ज्ञान में वृद्धि करते हुए आईएसओ शब्द की उत्पतिए उसका अर्थ और इसके अंतर्गत योग्यता प्राप्त करने के लिये शिक्षा के क्षेत्र में किस प्रकार की अपेक्षाओंए तैयारियोंए रखरखाव और अद्यतन की आवश्यकता है इसकी विस्तृत जानकारी दी।ष्शिक्षक उन्मुखीकरण कार्यक्रमष् के समापन समारोह में बोलते हुए सोसाइटी के उपाध्यक्ष हीरो ज्ञानचंदानी ने संत हिरदाराम साहब के सेवा.दर्शन पर आधारित सेवा कार्योंए जो वर्तमान में उनके परम शिष्य और उत्तराधिकरी श्रद्धेय सिद्ध भाऊ के मार्गदर्शन में नईं ऊंचाइयां प्राप्त कर रहे हैंए के संबंध विस्तृत जानकारी देते हुए सेवा सदन नेत्र चिकित्सालयए आरोग्य केन्द्र और शिक्षा के क्षेत्र में संत हिरदाराम गर्ल्स कालेजए नैचरोपैथी कालेज और मैनेजमेंट कालेज की छात्राओं द्वारा प्राप्त उपलब्ध्यिों की जानकरी देते हुए प्रतिभागी गुरुजनों को कहा कि वे अपने स्कूलों के विद्यार्थियों को इन कालेजों में प्रवेश लेने हेतु प्रेरित करें। संत हिरदाराम गर्ल्स कालेज की प्राचार्या डालिमा पारवानी ने संबोधित करते हुए कालेज में चलने वाले विभिन कोर्सों और अलग.अलग विषयों में कालेज की छात्राओं द्वारा यूनीवर्सिटी की मेरिट लिस्ट में प्राप्त स्थान और शिक्षोत्तर गतिविधयों में प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय तथा अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर प्राप्त उपलब्धियों की जानकारी देते हुए प्रतिभागियों से अनुरोध किया कि वे अपनी छात्राओं को नवीं कक्षा से ही कालेज में चलने वाले विषयों के संबंध में जानकारी देते हुए प्रतिभागियों से अनुरोध किया कि वे अपनी छात्राओं को नवीं कक्षा से ही कालेज में चलने वाले विषयों के संबंध में जानकारी देना प्रारम्भ करें जिससे वे अपने भविष्य की पढ़ाई के सबंध में एक सुनिश्चत योजना बना सकें।संस्था की एकैडेमिक हेड जयश्री मूर्तीए मिठी गोबिंदराम स्कूल के प्राचार्य अजयबहादुर सिंहए नवनिधि स्कूल की प्राचार्या अमृता मोटवानीए सीण्एचण्आई गर्ल्स स्कूलण्ए गांधीनगर की प्राचार्या प्रिया जैन शर्मा एवं विद्यासागर पब्लिक स्कूल की प्रधानाध्यापिका मिष्ठी वासवानी ने अपने.अपने संबोधनों में गुरूजनों को कहा कि वे इस कार्यक्रम में गत छरू दिनों में विभिन्न विषयों पर अलग.अलग विद्ववानों द्वारा दिये गये प्रशिक्षण और मार्ग दर्शन को अपनी कार्यप्रणाली में उतारें और विद्यार्थियों को नई शिक्षा प्रणाली की व्यवस्थाओं और अपेक्षाओं के अन्तर्गत शिक्षा प्रदान करना सुरिनश्चित करें। कार्यक्रम में सोसाइटी के एण्सीण् साधवानी ;सचिवद्धए गोपाल गिरधानी ;डॉयरेक्टर अकेडेमिक्सद्धए भगवान बाबाणी ;प्रशासनिक अधिकारीद्धए ने उदबोधन दिया। मनोहर वासवानी ने आभार प्रदर्शित किया।
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