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संत हिरदाराम नगर :- एल.वी.एस.ग्रुप ऑफ स्कूल्स के शिक्षक-शिक्षिकाओं का उन्मुखीकरण कार्यक्रम
देश का भविष्य विद्यालयों में ही बनता हैः श्रद्धेय सिद्ध भाऊ परमहंस संत हिरदाराम साहिब के आशीर्वाद एवं परम श्रद्धेय सिद्ध भाऊ के कुशल मार्गदर्शन में लक्ष्मीदेवी विक्योमल शर्राफ एज्यूकेशनल सोसायटी द्वारा संचालित लक्ष्मीदेवी विक्योमल शर्राफ हायर सेकन्ड्री स्कूल, वीना चार्ली दासवानी गर्ल्स पब्लिक स्कूल एवं प्रेरणा किरण पब्ल्कि स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाओं का वर्ष 2023-24 के लिए शिक्षक उन्मुखीकरण कार्यक्रम दिनांक 15 जून 2023 को दासवानी कल्चरल हाल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में संत एवं गुरूनानक देव व मां सरस्वती की मूर्ती पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया। परम श्रद्धेय सिद्ध भाऊ ने शिक्षक-शिक्षिकाओं को अपने आर्शीवचन में कहा कि किसी भी पेशे में कार्य करने के लिए मन की शांति आवश्यक है। विवेक विरूद्ध कार्य करने से मन शांत नहीं होता। शिक्षण कार्य के लिए सचेत रहना अति आवश्यक है, शिक्षक का कर्तव्य केवल पाठ्यक्रम पूरा करवाना ही नहीं बल्कि छात्रों को व्यवहार कुशल बनाना भी है ताकि वह अंहकारी न बने, क्योंकि अंहकारी व्यक्ति निर्बलों का शोषण करता है और गलत कार्य का परिणाम कभी सुखदाई नहीं हो सकता। छात्रों को सिखाएं कि वे ईश्वर और माता-पिता के प्रति सदैव कृतज्ञ रहें। पी.टी.एम. में अभिभावकों को बताएं कि छात्राओं से घर में भी सम्मानजनक व्यवहार करें और छात्रों को पंचाग प्रणाम प्रणाली सिखाएं जिससे उनमें विनम्रता का गुण विकसित हो। छात्र-छात्राओं को महसूस करवाएं कि क्या उनके लिए अच्छा है और क्या बुरा है?जीवन में अनुशासन और समय की पाबंदी अति आवश्यक है। शिक्षकों को समय-समय पर प्रेरित करते रहना चाहिए। शिक्षक हो या छात्र हमेशा सीखते रहना चाहिए, शिक्षक को हमेशा अपडेट रहना चाहिए तथा अपने विषय पर पकड़ अच्छी होनी चाहिए। छात्रों को बताना चाहिए कि जब हम बदलेंगें तब युग बदलेगा। देश की प्रणाली में जो बदलाव लाना है वह एक शिक्षक छात्रों के द्वारा ही ला सकता है। छात्रों को राष्ट्र, समाज व स्वयं के प्रति दायित्वों का बोध कराना अति आवश्यक है, यही शिक्षकों की सच्ची देशभक्ति और देश सेवा है।भाऊ द्वारा शिक्षकों को प्रेरित किया गया कि स्वयं अंकुरित आहार खाएं तथा छात्र-छात्राओं को भी अंकुरित आहार अपने दैनिक भोजन में शामिल करने के लिए प्रेरित करें। अंकुरित आहार न सिर्फ बनाने मंे आसान है बल्कि इससे अलग-अलग प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन भी कम समय में बनाए जा सकते हैं। अंकुरित आहार हर आयु वर्ग के लिए अमृत के समान है जिसका ज्ञान हर व्यक्ति के लिए आवश्यक है। भाऊ जी ने बेहतर स्वास्थ्य के लिए अमृतान्न नामक पुस्तक सभी शिक्षकों को वितरित की।कार्यक्रम में संस्था के सचिव रमेश हिंगोरानी, संचालक योगेश हिंगोरानी एवं चारों विद्यालयों के प्राचार्य, उप-प्राचार्य, कोऑर्डिनेटर एवं समस्त शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे।कार्यक्रम का कुशल संचालन कोमल टहिलयानी ने किया। विद्यालय के सभी प्राचार्य व शिक्षकों ने श्रद्धेय सिद्ध भाऊ का आभार एवं धन्यवाद किया कि आपके मार्गदर्शन में हम सदैव आगे बढ़ते रहेंगें।
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