AJAY CHOUKSEY M 9893323269
संत हिरदाराम नगर :- नवनिध हासोमल लखानी पब्लिक स्कूल की छात्राओं के लिए विशेष परीक्षा तैयारी सत्र
नवनिध हासोमल लखानी पब्लिक स्कूल में कक्षा 9वीं और 11वीं की छात्राओं के लिए परीक्षा पूर्व तैयारी एवं उत्कृष्ट परिणाम हेतु विशेष सत्र का आयोजन किया गया। ब्रह्मलीन संत शिरोमणि हिरदाराम जी की कृपा एवं संस्था के अध्यक्ष श्रद्धेय सिद्ध भाऊ के पावन सानिध्य में शहीद हेमू कालानी एजुकेशनल सोसायटी द्वारा संचालित नवनिध हासोमल लखानी पब्लिक स्कूल में "हाउ टू एक्सेल इन एग्जामिनेशन" विषय पर यह सत्र संपन्न हुआ।कार्यक्रम का शुभारंभ श्रद्धेय सिद्ध भाऊ जी के कर कमलों द्वारा माँ सरस्वती, माँ भारती एवं संत शिरोमणि हिरदाराम साहिब जी के छायाचित्रों पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ। इस अवसर पर संस्था के सचिव घनश्याम बूलचंदानी, विद्यालय की प्राचार्या अमृता मोटवानी एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे।इस सत्र का उद्देश्य छात्राओं को परीक्षा की तैयारी के लिए प्रभावी रणनीतियाँ प्रदान करना, आत्मविश्वास बढ़ाना, सकारात्मक मानसिकता विकसित करना एवं प्रश्न-पत्र हल करने की उचित विधियाँ समझाना था।श्रद्धेय सिद्ध भाऊ ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि विद्या वह धन है जिसे कोई चुरा नहीं सकता लेकिन यह भी सत्य है कि इसे परिश्रम से ही अर्जित किया जा सकता है। उन्होंने परीक्षा को आत्मविकास की महत्वपूर्ण प्रक्रिया बताते हुए कहा कि यह केवल ज्ञान का परीक्षण नहीं, बल्कि धैर्य, अनुशासन और समर्पण की भी परीक्षा होती है। उन्होंने छात्राओं को अध्ययन को सहज और रुचिकर बनाने के लिए नियमित दोहराव, व्यवस्थित नोट्स बनाने तथा समय प्रबंधन का महत्व समझाया। उन्होंने यह भी
बताया कि परीक्षा के समय मानसिक एकाग्रता बनाए रखने के लिए प्रतिदिन ध्यान, व्यायाम और आरती करने की आदत डालें।भाऊ ने शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति भी सचेत रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है, अतः पौष्टिक आहार लेना आवश्यक है। अंकुरित अनाज, ताजे फल और हरी सब्जियों का सेवन मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है। उन्होंने छात्राओं को बताया कि पढ़ाई के दौरान अल्पविराम लेना भी आवश्यक है ताकि मानसिक थकान न हो और विषयवस्तु को लंबे समय तक स्मरण रखा जा सके।उन्होंने छात्राओं को परीक्षा के दौरान आत्मनियंत्रण एवं धैर्य बनाए रखने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि परीक्षा हॉल में घबराहट से बचने के लिए प्रश्नपत्र को ध्यानपूर्वक पढ़ें, सरल प्रश्नों से उत्तर लेखन प्रारंभ करें, समय का उचित प्रबंधन करें और अपनी लिखाई पर विशेष ध्यान दें। परीक्षा में उपयोग किए जाने वाले पेन से पहले से अभ्यास करना भी आवश्यक है ताकि परीक्षा के समय लेखन गति प्रभावित न हो।उन्होंने छात्राओं से रूप से आग्रह किया कि परीक्षा समाप्त होने तक टीवी मोबाइल एवं सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखें।कार्यक्रम के अंत में श्रद्धेय सिद्ध भाऊ ने छात्राओं को आशीर्वादस्वरूप स्केल, पेन एवं परीक्षा की तैयारी से संबंधित महत्वपूर्ण टिप्स का पत्र प्रदान किया।कार्यक्रम में छात्राओं ने श्रद्धेय भाऊ से अपनी समस्याएं साझा कीं जिनका समाधान भाऊ द्वारा किया गया। छात्राओं ने इस सत्र को अत्यंत उपयोगी बताया और कहा कि इससे उन्हें परीक्षा को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने में मदद मिली है।विद्यालय की प्राचार्या अमृता मोटवानी ने श्रद्धेय सिद्ध भाऊ का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सत्र छात्राओं के लिए न केवल परीक्षा की दृष्टि से बल्कि उनके आत्मविश्वास और मानसिक अनुशासन को मजबूत करने के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुआ। उन्होंने छात्राओं को भाऊ जी द्वारा दिए गए मार्गदर्शन को आत्मसात करने तथा परीक्षा में संयम और आत्मविश्वास बनाए रखने की प्रेरणा दी।
0 Comments:
Post a Comment