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संत हिरदाराम नगर :- संत हिरदाराम गर्ल्स कॉलेज में कार्यशाला एवं फैकल्टी नाॅलेज शेयरिंग कार्यक्रम का आयोजन
18 सितंबर संत हिरदाराम गर्ल्स कॉलेज में ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल एर्वं आइ.सी.एफ.ए.आई. बिजनेस स्कूल, जयपुर के संयुक्त तत्वाधान में राइटिंग विनिंग रिज्यूम विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्राओं को एक प्रभावशाली और व्यावसायिक रिज्यूम तैयार करने में सहायता प्रदान करना था जो उन्हें रोजगार और कैरियर निर्माण में सहायक सिद्ध होगा।इस कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञ के रूप में डॉ. रचना राठौर अध्यक्ष आई.सी.एफ.ए.आई. बिजनेस स्कूल जयपुर उपस्थित थी। कार्यक्रम का आरंभ मां शारदा की वंदना एवं दीप प्रज्जवलन से हुआ।इस अवसर पर महाविद्यालय की प्रचार्या डाॅ. डालिमा पारवानी ने कहा कि आज के प्रतिस्पर्धात्मक समय में जो छात्राएं कठिन परिश्रम करेंगी निश्चित रूप से उनका भविष्य सुंदर एवं सफल होगा वर्तमान में आपका एक-एक क्षण कीमती है जिसे आप अपने कौशल विकास के लिए प्रयोग करें। हमारा प्रयास है कि छात्राएं भविष्य के लिए तैयार हो। यह कार्यशाला छात्राओं को अपनी योग्यताओं और कौशल को सही ढंग से प्रस्तुत करने में मदद करेगी। डॉ. अर्चना राठौर ने छात्राओ को संबोधित करते हुए बताया कि रिज्यूम राइटिंग सर्वप्रथम उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए बनाया जाता है। व्यावसायिक कौशल, शैक्षणिक योग्यताएं, व्यावसायिक अनुभव, भाषा प्रवीणता, अन्य उपलब्धियां तथा व्यक्तिगत विवरण आदि को विस्तार से बताया।इसी क्रम में फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के अन्र्तगत डिजिटल असेसमेंट टूल्स और तकनीक विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य संकाय सदस्यों को नवीनतम डिजिटल मूल्यांकन तकनीकों और उपकरणों के उपयोग से परिचित कराना था, ताकि वे आधुनिक शिक्षा और व्यवसायिक आवश्यकताओं के अनुसार स्वयं को तैयार कर सकें।कार्यक्रम में डॉ. अर्चना राठौर ने डिजिटल असेसमेंट के विभिन्न उपकरणों और तकनीकों का उपयोग सिखाया, जो न केवल शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए बल्कि व्यवसायीक जीवन में भी बेहद महत्वपूर्ण हैं। कार्यशाला में ऑनलाइन असेसमेंट प्लेटफार्म, ऑटोमेटेड क्विज सिस्टम और इंटरैक्टिव टूल्स जैसे प्रमुख डिजिटल टूल्स का परिचय दिया गया। उन्होंने छात्राओं के सीखने की गति बढ़ाने के लिए विभिन्न मल्टीमीडिया टूल्स के उपयोग के महत्व पर प्रकाश डाला। इन टूल्स में सिमुलेशन गेम्स, फीडबैक मैकेनिज्म और , ए आर /वि आर लैब्स शामिल हैं जो सीखने को अधिक इंटरैक्टिव और रोचक बना सकते हैं। सहयोगात्मक गतिविधियों और वीडियो प्रस्तुतियों को भी टीमवर्क और ज्ञान साझा करने को प्रोत्साहित करने के प्रभावी तरीकों के रूप में बताया। इसके अलावा लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम्स पोल्स और क्विज टूल्स के उपयोग का उल्लेख किया गया जो छात्रों के लिए रीयल-टाइम आकलन और फीडबैक प्रदान कर सकते हैं।इस कार्यक्रम में संकाय सदस्यों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और डिजिटल असेसमेंट टूल्स के उपयोग से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर प्रश्न पूछे। उन्हें डिजिटल मूल्यांकन की प्रक्रिया को प्रभावी बनाने और इसे अधिक सटीक और पारदर्शी बनाने के तरीकों के बारे में गहन जानकारी दी गई।कार्यक्रम की सफलता पर महाविद्यालय प्रबंधन ने ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट सेल को बधाई दी।
श्रीमती मंजु देवनानी डॉ. डालिमा पारवानी
अधिकारी, ट्रैनिंग एवं प्लैस्मन्ट प्राचार्य
मो. 9039296294
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