AJAY CHOUKSEY M 9893323269
संत हिरदाराम नगर :- संत हिरदाराम नगर में नगर भ्रमण पर निकले श्रीराम, सीता लक्ष्मण और हनुमान महाराज जी....
शोभा यात्रा में शामिल हुए अयोध्या से वत्स महाराज, जगह-जगह पुष्पवर्षा से हुआ भव्य स्वागतसंत हिरदाराम नगर - सैनिक कॉलोनी स्थित नुक्कड़ वाली माता मंदिर पर 17 जनवरी से 23 जनवरी तक श्री हनुमान महाराज और श्रीराम दरबार मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन चल रहा है।जहां आयोजन के तीसरे दिन रविवार को कार्यक्रम के ब्रम्हा हरिशंकर तिवारी, उज्जैन महाकाल से आचार्य चेतन्य स्वरूप महाराज, पंडित मिथुन शर्मा, पंडित जीवन प्रसाद तिवारी, पंडित दीपक मिश्रा ने वैदिक मंत्रोच्चार और पूजा-अर्चना के साथ विधि विधान से पूजन सम्पन्न करवाई।
इस दिन आवाहित देवता पूजन, प्रधानदेवता, शांति होम, वस्त्राधिवास, मूर्तिमहास्नापन सहस्त्रकलशों द्वारा अभिषेक किया गया। इसके बाद शोभा यात्रा निकाली गई। श्रीराम, सीता, लक्ष्मण जी और श्री हनुमान महाराज जी को नगर भ्रमण कराया गया। शोभा यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं सिर पर कलश रखकर शामिल हुई। शोभा यात्रा नुक्कड़ वाली माता मंदिर से प्रारंभ हुई और शहर के प्रमुख मार्ग से होते हुए काली मंदिर से वापस नुक्कड़ वाली माता मंदिर पहुंची जहां पर भव्य स्वागत किया गया। अखाड़ा, इन्दौर के नवरंग ताशे, बैंड बाजे, डीजे और हनुमान महाराज की विशाल प्रतिमा आर्कषण का केन्द्र रही।अयोध्या से वत्स महाराज सहित अनेक संत महात्मा हुए शोभा यात्रा में हुए शामिलशोभा यात्रा में अलग-अलग जगहों से संत महात्मा और कथा वाचक शामिल हुए। अयोध्या से वत्स महाराज, वृंदावन धाम राधा माधव सेवा संस्थान के प्रमुख चतुरनारायण शास्त्री वान प्रस्थ धाम, उज्जैन महाकाल से आचार्य चैतन्य स्वरूप महाराज, गुफा मंदिर भोपाल से आचार्य श्याम महाराज, आचार्य लेखराज शर्मा, आचार्य डॉ. रामकुमार देवलिया, आचार्य डॉ. रमेश त्रिपाठी, कथा वाचक निधि किशोरी, भोले के दरबार से मुकेश महाराज, हीरो हिन्दू आदि शामिल हुए। इसके अलावा कार्यक्रम के मुख्य सूत्रधार विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के नेता विशाल पुरोहित, पूर्व जिला पंचायत सदस्य व कांग्रेस कमेटी के प्रदेश के सचिव विष्णु विश्वकर्मा, राजेश हिंगोरानी मुख्य रूप से उपस्थित थे
।समस्त समस्याओं को दूर करने का साधन भगवान का स्मरण-वत्स महाराजअयोध्या से पधारे वत्स महाराज ने श्रद्वालुओं को कहा कि जीवन में भगवत नाम संकीर्तन का बहुत महत्व है। अगर हम अपने जीवन में सभी प्रकार की समस्याओं सभी प्रकार की वाधाओं को दूर करना चाहते हैं
तो एक मात्र साधन है भगवान का स्मरण, भगवान का नाम जप, नाम संकीर्तन। जैसे हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण वस्तु होती है जिसे हम बहुत संभाल कर रखते है ऐसे ही भगवान का नाम अति महत्वपूर्ण है। श्री मद भागवत कथा पुराण के अंतिम श्लोक में भी यही व्याख्या है कि नाम संकीर्तन। इस नाम से हम जीवन की सभी समस्याओं से छुटकारा पा सकते है। जहां भगवान की भक्ति होती है वहां जरूर जाना चाहिए, सत्संग जो परमात्मा से जुड़ा हुआ है।
0 Comments:
Post a Comment