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संत हिरदाराम नगर :- संत हिरदाराम कन्या महाविद्यालय में प्रेरक सत्र का आयोजन
गुरूवार, दिनांक 07 अक्टूबर, 2021, संत हिरदाराम कन्या महाविद्यालय, भोपाल में प्रेरक सत्र का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में सिविल सर्विस परीक्षा 2020 की प्रावीण्य सूची में द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली सुश्री जागृति अवस्थी उपस्थित थीं। परमहंस संत हिरदाराम साहिब जी के उत्तराधिकारी श्रद्धेय सिद्ध भाऊ जी की पावन उपस्थिति में संत हिरदाराम ऑडीटोरियम में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।प्रारंभ में अतिथियों का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया, तत्पष्चात् संत हिरदाराम कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. डालिमा पारवानी ने अपने स्वागतीय उद्बोधन में कहा कि सुश्री जागृति द्वारा एक प्रतिष्ठित पद का त्याग कर सिविल सेवा के लिए प्रयास करना एक विषेष बात है। दृढ़ निष्चय, सकारात्मकता और निरन्तर प्रयास हमें लक्ष्य तक पहुँचाता है। अपने आषीर्वचनों में श्रद्धेय सिद्ध भाऊजी ने कहा कि विद्यार्थी लक्ष्य निर्धारित कर उसे प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्प करें। जीवन में अहंकार से सदैव दूर रहें तथा माता-पिता को सर्वस्व मानकर उनका आदर करें। यह व्याख्यान विद्यार्थियों के लिए निष्चित रूप से प्रेरणादायी सिद्ध होगा। अपने प्रेरक उद्बोधन में सुश्री जागृति अवस्थी ने कहा कि संस्था के आध्यात्मिक वातावरण ने मुझे नयी ऊर्जा प्रदान की है। श्रद्धेय सिद्ध भाऊ जी के सहज और सरल रूप से मैं अभिभूत हूँ एवं जीवन में इसी प्रकार बने रहने का प्रयास करूँगी। सफलता के लिये छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारण करना चाहिए जो कि बड़े सपने को पूरा करने के लिए प्रेरणा प्रदान करें तथा उत्कृष्टता से उन छोटे-छोटे लक्ष्यों पर विजय प्राप्त करें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रत्येक व्यक्ति को स्वयं के सुधार पर सबसे अधिक कार्य करना चाहिए जिससे उनका व्यक्तित्व निखरेगा। छात्राओं को प्रेरित करते हुए आपने कहा कि लिखकर पढ़ने की आदत डालें और टेक्नॉलॉजी का प्रयोग पूरी सावधानी के साथ जहां अत्यावष्यक हो वहीं करें। उन्होंने महाविद्यालय परिसर की इस विषेषता को अप्रतिम माना कि यहां संस्कृति से जुड़ाव के साथ छात्राओं को संस्कार, योग, आध्यात्म, विज्ञान एवं तकनीकी की षिक्षा दी जाती है। आपने छात्राओं को महात्मा गांधी के विचारानुसार बुद्धि, हृदय और कार्य के मध्य एकात्म स्थापित करने की बात कही। उन्होंने अपनी सफलता के मुख्य बिन्दु स्वयं से प्रतियोगिता करना एवं प्रकृति के चक्र अनुसार दिनचर्या का पालन करना बताया। जीवन में किसी भी परीक्षा को उत्तीर्ण करने के लिए अनुषासन, आचरण, ज्ञान, आत्मविष्वास, सकारात्मकता एवं समझ को बढ़ाना आदि के अभ्यास की आवष्यकता पर बल दिया। उद्बोधन के उपरांत सुश्री जागृति अवस्थी ने विद्यार्थियों द्वारा पूछे गये प्रष्नों के उत्तर देकर उन्हें लाभान्वित किया।
इस कार्यक्रम में शहीद हेमू कालानी ऐजूकेषनल सोसायटी के उपाध्यक्ष श्री हीरो ज्ञानचंदानी, सचिव श्री ए.सी. साधवानी, षिक्षाविद् श्री विष्णु गेहानी एवं श्री गोपल गिरधानी, श्री कर्नल एन. पारवानी साथ ही मिठी गोबिन्दराम पब्लिक स्कूल, नवनिध हासोमल लखानी पब्लिक स्कूल, संत हिरदाराम कॉलेज ऑफ नेचुरोपेथी एवं योगिक साइंसिस, संत हिरदाराम इंस्टीट्यूट ऑफ मेनेजमेंट के प्राचार्य, षिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीमती प्रमिता दुबे परमार द्वारा किया गया।
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