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संत हिरदाराम नगर :- इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत नवनिध हासोमल लखानी पब्लिक स्कूल की छात्रा का राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयन....
परमहंस संत हिरदाराम साहिब की असीम अनुकंपा एवं संस्थान के प्रेरणास्रोत श्रद्धेय सिद्ध भाऊ के सतत् मार्गदर्शन में नवनिध हासोमल लखानी पब्लिक स्कूल की विज्ञान संकाय की शिक्षिका सुश्री मंजू जोशी के निर्देशन में कक्षा दसवी की छात्रा कु. प्रियांशी चंद्रवंशी ने भारत सरकार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की इंस्पायर अवार्ड मानक योजना में सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए विद्यालय का नाम रोशन किया।भारत सरकार नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान एवं स्थानीय विषय विशेषज्ञ द्वारा जिला स्तर पर केवल सात विद्यार्थियों का चयन राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए हुआ है। नवनिध विद्यालय के लिए यह बड़े ही हर्ष और गौरव का विषय है कि इन सात विद्यार्थियों में छात्रा कु. प्रियांशी चंद्रवंशी ने चयनित होकर विद्यालय को गौरवान्वित किया।इंस्पायर अवार्ड मानक योजना भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिक विभाग द्वारा संचालित एक विशिष्ट कार्यक्रम है। इसका मुख्य उद्देश्य किशोरावस्था (कक्षा 6 से लेकर कक्षा 10 तक) में प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को प्रोत्साहित कर उन्हें विज्ञान की तरफ आकर्षित करना है। विज्ञान और तकनीकी पर आधारित इंस्पायर अवार्ड मानक योजना विद्यार्थियों में नवप्रवर्तन एवं रचनात्मक सोच की संस्कृति को बढ़ावा देती है । यह विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से सामाजिक जरूरतों को पूरा करने की दिशा में एक अनूठी पहल है। यह योजना विद्यालयों के सृजनात्मक सोच वाले प्रतिभावान विद्यार्थियों को राष्ट्र स्तरीय मंच प्रदान करती है।छात्रा की इस उपलब्धि पर संस्था के अध्यक्ष श्रद्धेय सिद्ध भाऊ ने आशीर्वाद देते हुए जीवन में सदैव आगे बढ़ने हेतु प्रेरित किया। संस्था के उपाध्यक्ष हीरो ज्ञानचंदानी, सचिव ए.सी. साधवानी, सह सचिव के.एल. रामनानी, विद्यालय की प्राचार्य अमृता मोटवानी एवं समस्त विद्यालय परिवार ने प्रसन्नता व्यक्त की एवं छात्रा को शुभकामनाएँ देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। विद्यालय की प्राचार्य अमृता मोटवानी ने इस अवसर पर कहा कि सृजनशील और कल्पनाशील बच्चे किसी भी राष्ट्र की बहुमूल्य संपत्ति होते हैं । सृजनशीलता और सहयोग की भावना बच्चों को एक योग्य नागरिक बनाती है। सभी बच्चों की क्षमताएँ अलग-अलग होती हैं । हमारे विद्यालय में शिक्षक -शिक्षिकाओं द्वारा छात्र-छात्राओं की क्षमता को पहचान कर, समय-समय पर उन्हें ऐसे अवसर प्रदान किए जाते हैं जिससे वे अपनी रचनात्मकता और ऊर्जा का प्रयोग करके अपना भविष्य उज्जवल बना सके एवं अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्रोत बने।
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