सुनील सक्सैना (बैरसिया संवाददाता) मोबाइल नंबर 78690 02233
बैरसिया :- सरसो की फसल पर माहू कीट का प्रकोप,किसानों के माथे पर दिखी चिंता की लकीरें।
बैरसिया/नज़ीराबाद किसान का पीला सोना कहलाने वाली सरसों की फसल पर माहू कीट का खतरा मंडरा रहा है। अगर समय रहते इसकी रोकथाम ना की गई तो फसल के उत्पादन पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।राजधानी भोपाल की बैरसिया तहसील के गढ़ा ब्राह्मण गाव में किसानों की सरसों की फसल पर माहू कीट का प्रकोप देखेंने को मिला है, रवि की फसलों में शुमार सरसों की फसल पर माहू कीट का प्रकोप शुरू हो गया है। ये कीट छोटे आकार के होते हैं। जो कोमल पत्तियों और फूलों का रस चूसते हैं। इससे प्रभावित फसल पर फली नहीं बन पाती और प्रभावित फसल की उत्पादन में गिरावट आ जाती है।सरसो की पत्तियों और फूलों का रस चूसने वाला यह कीट काफी छोटे आकार का होता है।
इस कीट से तरल और चिपचिपा पदार्थ निकालने के कारण प्रभावित जगह पर काली रंग की फफूंद आ जाती है। वहां कालापन दिखाई देने लगता है। इस कीट से प्रभावित फसल में फूल कमजोर हो जाते हैं।किसानों का कहना है कि सरसों की फसल में दवाइयों का छिड़काव करने के बाद भी माहू का प्रकोप कम नहीं पड़ रहा है।प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बार रवि के सीजन में गांव में करीब 35% किसानों ने सरसों की फसल लगाई है जो कि लगभग 50 हेक्टेयर में बोई गई है।पूर्णा के प्रकोप से जैसे-तैसे कमरे किसानों की सरसों की फसल में माहू लगने से किसानों के चेहरे पर फिर से चिंता की लकीरें नजर आ रही है।वह इस मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राम भाई मेहर ने भौपाल कलेक्टर से मांग की है कि कृषि वैज्ञानिकों का दल गड़ा ब्राह्मण गांव भेजा जाए और किसानों को उनकी फसल के बचाव के लिए उचित सलाह दी जाए साथ ही दवाईया भी सब्सिडी पर उपलब्ध कराई जाए।
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