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संत हिरदाराम नगर :- अखिल भारत सिंधी बोली ऐ साहित सभा, दिल्ली माता पिता का कर्तव्य है कि वे बच्चों से मातृभाषा में बात करे-बाबा रामदास
सिंधी मातृभाषा सिंधू संस्कृति एवं सभ्यता के प्रतीक है-वाधवानी मातृभाषा बोलने से मां का सम्मान होता है-गेहानीअखिल भारत सिंधी बोली एवं साहित्य सभा, दिल्ली के तत्वावधान में प्रदेश की सिंधी साहित्य अकादमी के सहयोग से विश्व मातृभाषा दिवस के अधीन सिंधी मातृभाषा का गरिमामय आयोजन साधु वासवानी स्कूल के नंदवानी आडोटोरियम में सम्पन्न किया गया । जिसमें देशभक्ति गीत के साथ मातृभाषा के उत्थान हेतु लोकगीत, संगीत-नृत्य एवं लोकप्रिय भजनों का गायन में समां बांधा तथा अनेक प्रस्तुतियों पर श्रोताओं ने तालियों की गड़गड़ाहट से वाहवाही लूटी । नृत्यांगनी मुक्ता चंदानी ने सिंध मुंहिजी अम्मा पर जोरदार नृत्य कर समा बांधा । इस अवसर पर धार्मिक गुरू बाबा रामदास उदासीन ने बताया कि मातृभाषा अपनी मां है । माता पिता का कर्तव्य है कि वे बच्चों से मात्भाषा में ही बात करे तथा बाबा साहब ने मातृभाषा के उत्थान हेतु हर संभव प्रयास करने का संकल्प दिलाया तथा अपने प्रभावी उदबोधन में परिवार में पहला गुरू मां को बताया । इससे बच्चों को अपनी सिंधू संस्कृति रीति रिवाज संस्कारों एवं देश भक्ति की सेवा का ज्ञान देते रहने का आव्हान किया । स्वागत भाषण में साहितय सभा के जोनल चेयरमेन साबू रीझवानी ने मातृभाषा के महत्व पर प्रभावी उदबोधन दिया तथा बताया कि आज के प्रतियोगिता में भले ही बच्चों को अंग्रेजी, हिन्दी, आई.एस. आदि में आगे बढ़ाये, लेकिन मातृभाषा को न भुलाये । मुख्य अतिथि सिंधी साहित्य अकादमी के निदेशक राजेश कुमार वाधवानी ने विस्तार से सिंधी मातृभाषा सिंधू संस्कृति एवं सभ्यता का प्रतीक बताते हुये शहीद हेमू कालाणी के साथ देशभक्ति के उदाहरण देते हुये सिंधी समाज के त्याग की सराहना की । इसके साथ ही देश के विकास में सराहनीय भूमिका निभाने की सफलता बताई । बाबा साहब ने मातृभाषा से प्यार करने का सभी श्रोताओं, कलाकारों एवं अतिथियों से संकल्प दिलाया कि हम अपनी मातृभाषा में ही बात करेंगे और मातृभाषा के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ेगे । विशिष्ट अतिथि शिक्षाविद विष्णु गेहानी ने बताया कि मातृभाषा बोलने से मां का सम्मान होता है इसलिये मातृभाषा बोलकर हमेशा मां का सम्मान किया करे । आपने यह भी बताया कि कोम वहीं जिन्दा रहेगी जिसकी जबान जिन्दा है, इसलिये कोम को बचाए । इस अवसर पर धार्मिक गुरू बाबा रामदास, अकादमी के डायरेक्टर राजेश कुमार वाधवानी, शिक्षाविद विष्णु गेहानी तथा समस्त कालारों एवं स्कूलों का सम्मान भी किया गया । साहित्यकारों में नारी लच्छवानी, खीमन मूलानी, कनयो शेवानी, कन्हैयालाल मोटवानी तथा देश विदेश से ख्याति प्राप्त संचालनकर्ता मोहित शेवानी का भी जोरदार सम्मान किया गया । दिल्ली से आये अतिथि अंजली तुलसियानी, हरीश लालवानी तथा अन्य अतिथिगणों का भी शाल श्रीफल एवं भगवान झूलेलाल का स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया । इस अवसर पर बीजेपी के मण्डल अध्यक्ष कमल वीधानी, अखिल भारतीय सिंधी समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं भाजपा के मण्डल उपाध्यक्ष जगदीश आसवानी, पूज्य सिंधी पंचायत के उपाध्यक्ष नंद दादलानी का भी सम्मान किया गया । पूज्य सिंधी पंचायत के अध्यक्ष साबू रीझवानी, महासचिव माधु चांदवानी, सचिव मोहन मीरचंदानी, राजेश बेलानी, गुलाब जेठानी, शेटटी चंदनानी, रवि नाथानी, नरेश वासवानी, दीपा आहूजा, ठाकुर लालवानी, परसो नाथानी, प्रेम कुमार पठानी, अशोक वीधानी, बूलचंद वासवानी, दयाल दोलतानी, राज मनवानी एवं अनेक समाजसेवी व सिंधीयत के सेदाई उपस्थित थे । इस गरिमामय आयोजन का प्रभावी संचालन मोहित शेवानी ने किया तथा आभार अखिल भारतीय बोली एवं साहित्य सभा के पदाधिकारी श्री अशोक मनवानी ने व्यक्त किया । साबू रीझवानी-जेानल चेयरमेन अखिल भारत सिंधू बोली एवं साहित्य सभा
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