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संत हिरदाराम नगर :- नव युवक सभा स्कूल में श्रद्धेय सिद्ध भाऊ कै मार्गदर्षन में दाना पानी कार्यक्रम का भव्य आयोजन।
दया धर्म का मूल है पक्षी हमारी भाषा समझते है श्रद्धेय सिद्ध भाऊज परमहंस संत षिरोमणि हिरदाराम साहिब के आषीर्वाद एवं श्रद्धेय सिद्ध भाऊ की प्रेरणा से नव यवक सभा द्वारा संचालित अनंदराम टी. षाहानी स्कूल में पषु पक्षियों के लिए दाना पानी कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मा भारती मां सरस्वती व संत की मूर्ति पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया।सर्वप्रथम विद्यार्थियों द्वारा आए हुए अतिथियों का स्वागत किया गया।तत्पष्चात षिक्षाविद् विष्णु गेहानी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम संस्कार वान इसंान व देषभक्त बने व पषु-पक्षियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था करे। दाना पानी कार्यक्रम में संत के उत्तराधिकारी हमारे प्रेरणा स्त्रोत एवं मार्गदर्षक श्रद्धेय सिद्ध भाऊ की पावन उपस्थिति में हुए कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमें हमेषा सकारात्मक सोच रखनी चाहिए।पषु पक्षियों पर दया दृष्टि बनाए रखना चाहिए, पषु पक्षी हमारी भाषा समझते है जरुरत है हमे उन्हें स्नेह देने की।पषु पक्षी ईष्वर की देन है और प्रकृति ने इन्हें बड़ी खुबसुरती से संवारा है । मानव जीवन भी पषु पक्षियों के बिना अधूरा है। न सिर्फ भीषण गर्मी में बल्कि साल भर हमें उनके लिए उचित दाना पानी की व्यवस्था करनी चाहिए। अगर आप गर्मियों में कही बाहर जा रहे तो यह हमारा दायित्व बनता है कि हमे अपने घर में उपस्थित सदस्य को दायित्व देकर जाऐं। हमें प्रातः काल उठते ही, बगैर कुछ खाए, पषु पक्षियों के लिए तीन समय के दाने पानी की व्यवस्था करनी चाहिए।जिस प्रकार बच्चे भूखे होने पर अपनी मां से खाना मांग कर खा लेते है परंतु पषु पक्षी बोल नही सकते है अतः हमारा दायित्व होता है कि हम उनके प्रति करुणा का भाव रखते हुए उनके भोजन की व्यवस्था करे। मूक पषु पक्षियों की प्रति की गई सेवा का प्रतिफल किसी ना किसी रूप में हमे हमेषा मिलता है जो हमारी आगे आने वाली परेषानियों को कम करता है । अतः यह सेवा भाव जीवन पर्यन्त हमें करना होगा। जिससे हमारे जीवन में आने वाली परेषानियां दूर होगी और हमारा परिवार सुखमय हो जायेगा।सिद्ध भाऊ ने विद्यार्थियों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित करते हुए कहा कि पढ़ाई ऐसी अनमोल चीज है जो हमें जिंदगी का हर सुख व सम्मान प्रदान करती हैं, लेकिन अभी तक आपने जो पढ़ाई की है वो आपकी नीवं है, आने वाले पांच वर्ष आपके लिए बहुत ही स्वर्णकारी होंगें और वास्तव में आपकी पढ़ाई अब शुरु होगी, जिसमें आपको अपनी पूरी शक्ति और सामर्थ्य लगाना है जिससे आपका भविष्य उज्जवल हो सकें। अभी का समय ऐसा हैं जिसकी अगर आपने कद्र की तो समय आपकी कद्र करेगा, साथ ही विद्यार्थियों की वाणी में मिठास, नम्रता व धैर्य का होना अत्यंत आवष्यक है एवं जो विद्यार्थी अपने माता-पिता की आज्ञा में चलते हैं उनका कहना मानते हैं वह पढ़ाई में हमेषा आगे रहते हैं ऐसा मेरा विष्वास है, क्योंकि माता-पिता ही ऐसे व्यक्तित्व है जिनका आषीर्वाद हमें पारस बनाता है अतः श्रद्धा व विष्वास के साथ उनका कहना मानें उन्हें सम्मान दें और हर दिन उनका आषीर्वाद लें तो आपको आपके लक्ष्य तक पहंुचने से कोई नहीं रोक सकता। इस अवसर पर षहीद हेमू कालानी एज्यूकेषन सोसाइटी द्वारा संचालित मिठी गोविंदराम पब्लिक स्कूल की कोडिनेटर मिनी नायर द्वारा विद्यार्थियों को दाना पानी के महत्व को समझाया गया एवं षहीद हेमू कालानी एज्यूकेषन सोसाइटी द्वारा संचालित नवनीध हासोमल लखानी पब्लिक स्कूल कोडिनेटर की रिटा आहूजा द्वारा विद्यार्थियों से प्रतिज्ञा ली कि हम हमेषा पषु पक्षियों के लिए दाने पानी की व्यवस्था करेंगे। कार्यक्रम का षुभारंभ अनंदराम टी.षाहानी कन्या उ.मा. विद्यालय की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत स्वर से स्वर मिलाकर गाये मंगलगान प्रस्तुत किया गया। अनंदराम टी.षाहानी कन्या उ.मा. विद्यालय की षिक्षिका हेमलता दामानी द्वारा स्वरचित सिंधी कविता ‘‘आहिन् वेचारा प्यारा पखी‘‘ प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में सिंधु माध्यमिक षाला के विद्यार्थियों पषु पक्षियों पर आधारित रंगारंग नृत्य की प्रस्तुति दी गयी। इस अवसर पर महेष दयारामानी, एसी साधवानी, केएल रामनानी, वासदेव वाधवानी, सुरेष राजपाल, बंसत चेलानी, पेसवानी, प्राचार्या ज्योति चौहान, प्रिया बुधानी, प्रिया धर्मादासानी , हरिओम शर्मा, जगदीष मेहरचंदानी आदि बड़ी संख्या में षिक्षक-षिक्षिकाएं एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे।मंच का संचालन काजल मोरन्दानी द्वारा किया गया एवं अनंदराम टी.षाहानी कन्या उ.मा. विद्यालय सुश्री ज्योति चौहान द्वारा आभार व्यक्त किया गया।
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