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संत हिरदाराम नगर :- बच्चों में माता पिता कृतज्ञता का भाव रोपित करें- परम श्रद्धेय सिद्ध भाऊ
लक्ष्मीदेवी विक्योमल शर्राफ एजूकेषनल सोसायटी द्वारा संचालित लक्ष्मीदेवी विक्योमल शर्राफ ऊ.मा. विद्यालय के दासवानी कल्चरल हाल में आरती वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। परमहंस संत षिरोमणी स्वामी हिरदाराम साहिब के आषीर्वाद एवं परम श्रद्धेय सिद्ध भाऊ के मार्गदर्षन में संचालित षिक्षण संस्था लक्ष्मीदेवी विक्योमल शर्राफ ऊ.मा. विद्यालय, प्रेरणा किरण पब्लिक स्कूल एवं वीना चार्ली दासवानी गर्ल्स स्कूल के बच्चों के लिए दासवानी कल्चरल हाल में आज आरती वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में परम श्रद्धेय सिद्ध भाऊ जी, संस्था के सह-सचिव ए.सी. साधवानी, कोषाध्यक्ष भगवानदास दामानी, शैक्षणिक प्रमुख गोपाल गिरधानी, नवनिध हासोमल लखानी पब्लिक स्कूल की कॉर्डिनेटर रीटा आहूजा, मिट्ठी गोबिन्दराम पब्लिक स्कूल की कर्ॉऊिनेटर मिनी नायर, वीना चार्ली दासवानी गर्ल्स की प्राचार्या ऊषा टहिलयानी, प्रेरणा किरण पब्लिक स्कूल की प्राचार्या एवं ऊप-प्राचार्य आरती कुलकर्णी एवं पंकज ऊपाध्याय, एल.वी.एस. स्कूल की प्राचार्या जय ममतानी तथा कक्षा दूसरी एवं तीसरी के विद्यार्थी एवं ऊनके पालकगण ऊपस्थित थे।कार्यक्रम के आरंभ में संत एवं गुरूनानक देव व मॉं सरस्वती जी की प्रतिमा पर बच्चों एवं पालकों द्वारा माल्यार्पण कर दीप प्रजवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में बच्चों द्वारा रंगारंग प्रस्तुति दी गई जिसमें गणेष वंदना द्वारा आरती के महत्व को बताया गया। सिद्ध भाऊ ने बच्चों को उद्बोधित करते हुए कहा कि जिस व्यक्ति के जीवन में कृतज्ञता का भाव है वह जीवन में हमेषा सुखी रहता है। षिक्षक और माता-पिता द्वारा बच्चों के ह्दय में यह भाव रोपित करने चाहिए। आरती के महत्व को बताते हुए ऊन्होंनें कहा की भजन और भोजन को हमेषा एकांत में करना चाहिए, हम जिस भी आराध्य देव में विष्वास रखते हैं ऊनकी हम साकार और निराकार रूप में आराधना करते हैं। ऊन्होंनें बताया कि मां का कर्तव्य है कि वह बच्चों में अच्छे संस्कार डाले जिससे कि बच्चे रोज अपने माता-पिता एवं दादा-दादी के साथ शाम को आरती करें। घर का मुखिया भगवान होता है, वह हमें सुख ही सुख देता है। कार्यक्रम में विद्यालय के सह-सचिव ए.सी. साधवानी ने बताया कि संस्कारों के बीज माता-पिता द्वारा अपने बच्चों में रोपित किए जायें। संस्कारवान बच्चे पूरे विष्व में अपने देष, विद्यालय और अपने माता-पिता का नाम रोषन करते हैं। कार्यक्रम का कुषल संचालन कोमल टहिलयानी एवं ज्योति तिवारी ने किया व आभार गोपाल गिरधानी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के पश्चात छात्र-छात्राओं को पूजन के लिए आरती की थाली एवं पूजन सामग्री वितरण की गई।
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