AJAY CHOUKSEY M 9893323269
संत हिरदाराम नगर :- जीवन-संपदा को बचाने व पर्यावरण संरक्षण जागरूकता हेतु विश्व पृथ्वी-दिवस’ का आयोजन।
ब्रह्मलीन परमहंस संत हिरदाराम साहिबजी के आशीष एवं संस्थान प्रेरणापुरुष परम श्रद्धेय सिद्ध भाऊ की छत्र-छाया तथा संस्थान उपाध्यक्ष हीरो ज्ञानचंदानी, संस्थान सचिव ए.सी. साधवानी, सहसचिव के.एल रामनानी, विद्यालय प्राचार्य डॉ अजयकांत शर्मा, उपप्राचार्य रीटा गुरबानी, के सहयोग से दिनांक 23 अप्रैल को मिठी गोबिंदराम पब्लिक स्कूल में ‘विश्व पृथ्वी दिवस’ का आयोजन किया गया। अवसर पर परम श्रद्धेय सिद्ध भाऊजी ने अपने संप्रेषित संदेश में कहा कि भौतिक विलासिता एवं जनसंख्या वृद्धि ने प्रातिक संसाधनो पर अनावश्यक बोझ डाला है। ‘विश्व पृथ्वी-दिवस’ कार्यक्रम का मूल उद्देश्य जीवन-संपदा की सुरक्षा, संसाधनो का सही उपयोग व पर्यावरण संरक्षण हेतु जागरूकता पैदा करना है। प्रत्येक छात्र का दायित्व है कि वह प्रति के प्रति संवेदनशील बनें। इसी क्रम मे संस्था सचिव ए.सी. साधवाणी ने छात्रों को संबोधित करते हुए वृक्षारोपण के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्हांेने छात्रांे से अपील की कि शुद्ध प्राणवायु हेतु आवश्यक हैं कि पृथ्वी को वृक्ष रूपी आभूषणांे से सुशोभित किया जाए। इस अवसर पर छात्रों ने एक लघु नाटिका का मंचन कि जिसके द्वारा पृथ्वी को संरक्षित करने के उपाय बताये- जैसे प्रातिक ऊर्जा का उपयोग, कचरे को ठिकाने लगाना ;क्प्ैच्व्ैम्द्ध, चीज़ों का पुनः उपयोग करना, दैनिक ज़रूरतें कम करने को प्रेरित किया गया। इसी श्रृंखला मंे विद्यालय प्राचार्य डॉ. अजयकांत शर्मा एवं उप-प्राचार्या रीटा गुरबानी ने छात्रांे को संबोधित करते हुए कहा कि ‘विश्व पृथ्वी दिवस’ आयोजन की सार्थकता तभी है जब प्रत्येक छात्र अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ बनाकर प्रकृति के प्रति अपनी कोमल भावनाओ को वृक्षारोपण के द्वारा मुखरित करे। सातवीं के छात्रांे द्वारा पर्यावरण विषय पर प्रस्तुत प्रभावााली लघु नाटिका का मंचन ािक्षिकाओं- कामिनी सोनी, विन्दा गुहे, प्रिया देवानी, उमा रमन तथा संगीत विभाग के मार्गदर्शन में किया गया, जिसको जतिन सतलानी, मयंक बच्चानी, आरव पुरोहित, विवेक थारानी, भव्य सतानी, दुर्लभ सतानी, उज्वल नरयानी, ध्रुव छतवानी, अमित रामचंदानी, वंश केसवानी, वीर केसवानी, वंश दरयानी, वंश कृपलानी, जितेश रामनानी, सौम्य गुलानी एवं अन्य छात्रों ने अपने जीवंत अभिनय द्वारा यादगार प्रस्तुति बना दिया।
0 Comments:
Post a Comment