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संत हिरदाराम नगर :- विटी गॉसिप एसोसिएशन एवं संत हिरदाराम कन्या महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में ग्लोबल पीस एंड सस्टेनेबल समिट का आयोजन।
14 अप्रैल, 2022, गुरूवार को अंतर्राष्ट्रीय संस्था विटी गॉसिप एसोसिएशन एवं संत हिरदाराम कन्या महाविद्यालय, भोपाल के संयुक्त तत्वाधान में ग्लोबल पीस एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट विषय पर सात दिवसीय समिट का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य सतत् विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में पर्यावरण को संरक्षित करते हुए आगे बढ़ना जिससे की सभी को समान अवसर प्राप्त हो। समिट के उद्घाटन सत्र में विशिष्ट अतिथि मनु श्रीवास्तव, मुख्य सचिव, मण्प्रण् शासन ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारा भविष्य स्पष्ट रूप से सौर और ऊर्जा के अन्य नवीकरणीय स्रोतों का उपयोग करने की हमारी क्षमता पर निर्भर करता हैं। आपने दिल्ली मेट्रो एवं घरेलु सोलर ऊर्जा का उदहारण देकर अपनी बात स्पष्ट की। इस अवसर की विशिष्ट अतिथि, डॉण् डालिमा पारवानी, प्राचार्य, संत हिरदाराम कन्या महाविद्यालय, ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम सभी प्राकृतिक संसाधनों को बनाएं रखने के लक्ष्य को लेकर प्रतिबद्ध है। सबका साथ सबका विकास . अवधारणा के साथ हम निरंतर आगे बढ़ रहे है। वर्तमान स्थिति में हम सभी को भौतिकवादी विचारधारा के साथ आध्यात्मिक संस्कार को भी आत्मसात करना होगा। अतिथि वक्ता के रूप में अपनी बात रखते हुए डॉण् सुनीला चौबे, विभागाध्यक्ष शिक्षा संकाय ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों को विभिन्न अभ्यासों के द्वारा बेहतर ढंग से प्रयोग किया जा सकता है। आपने महाविद्यालय के वर्मी कंपोस्ट, आरोग्य केन्द्र, वनस्पति एवं औषधि उद्यान, दानापानी कार्यक्रम इत्यादि उदाहरण के माध्यम से अपने व्याख्यान को प्रस्तुत किया।डॉण् नेहा नायर, सहायक प्राध्यापक, वाणिज्य विभाग ने वर्तमान परिपेक्ष्य में शहरीकरण के संदर्भ में प्राकृतिक संसाधनों की उपयोगिता एवं ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर की ओर बढ़ते कदम, नगरीय वन, कृषि एवं स्पांज सिटी के साथ वर्षा जल संरक्षण को विस्तार से बताया। अतिथि वक्ता के रूप में प्रोफेसर शाजिया खानए विभागाध्यक्ष, बॉयोटेक्नोलॉजी विभाग ने ठोस अपशिष्ट में प्लास्टिक उत्पादों को नवाचार के माध्यम से प्रकृति के हित में उपयोग करने की बात कही। आपने विभिन्न फंगस के बारे में बताया जो प्लास्टिक को कुछ ही दिनों में समाप्त कर देता है और कुछ रासायनिक तकनीक द्वारा इस प्रकार के उत्पादों को बनाया जाएं जो पर्यावरण के अनुकुल हो।महाविद्यालय प्रबंधन ने सभी वक्ताओं को हार्दिक बधाई देकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
डॉण् सुनीला चौबे डॉण् डालिमा पारवानी
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