AJAY CHOUKSEY M 9893323269
संत हिरदाराम नगर :- संत हिरदाराम कन्या महाविद्यालय में स्मरण शक्ति पर विषेष सत्र का आयोजन.....
एकाग्रता के लिए अभ्यास जरूरी है - देवेष ज्ञानचंदानी बुधवार, दिनांक 09 मार्च, 2022, संत हिरदाराम कन्या महाविद्यालय में संस्था के अध्यक्ष श्रद्धेय सिद्ध भाऊ की गरिमामय उपस्थिति में स्मरण शक्ति विषय पर एक विषेष सत्र का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में देवेष ज्ञानचंदानी, डायरेक्टर, वल्र्ड मेमोरी स्पोर्ट्स असोसिएषन एवं गिनीज़ वल्र्ड रिकाॅर्ड दर्ज उपस्थित थे। इस अवसर पर सुनील ज्ञानचंदानी, हस्तलेखन विषेषज्ञ सुधीर नचनानी, संतजी के अनुयायी, यू.एस.ए., कर्नल एन. पारवानी, विष्णु गेहानी, वरिष्ठ षिक्षाविद्, संस्था के उपाध्यक्ष हीरो ज्ञानचंदानी, संस्था के सचिव ए.सी. साधवानी, जीव सेवा संस्थान के सचिव महेष दयारामानी, संस्था के प्रषासनिक अधिकारी भगवान बाबानी, महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ. डालिमा पारवानी, मेनेजमेंट काॅलेज के डायरेक्टर डाॅ. आषीष ठाकुर सहित तीनों संस्थाओं के शैक्षणिक सदस्य सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ. डालिमा पारवानी ने अपने स्वागतीय उद्बोधन में कहा कि स्मरण शक्ति एक कला है। भारतीय षिक्षा व्यवस्था परीक्षा प्रणाली पर आधारित है। यहां परीक्षा के पूर्व विद्यार्थी तनाव से प्रभावित होकर अच्छा प्रदर्षन नहीं कर पाते। इस सत्र द्वारा आप अपनी स्मरण शक्ति को समृद्ध कर विभिन्न क्षेत्रों में सफलता अर्जित करेंगे, ऐसा मेरा विष्वास है। श्रद्धेय सिद्ध भाऊ ने अपने आषीर्वचनों में कहा कि यह एक गरिमामयी ज्ञानवर्धक कार्यक्रम हैं जिसका आप पूरी एकाग्रता से सुनकर एवं समझकर लाभ लें। मन के हारे-हार है, मन के जीते-जीत के द्वारा उन्होंने कहा कि अपने मन को नियंत्रित कर किसी भी कार्य को एकाग्रता से करने हेतु उसे प्रषिक्षित करें। एकाग्रता में परम आनंद हैं। एकाग्रता द्वारा किया गया कोई भी कार्य जीवन पर्यन्त हमारे स्मृति में स्थायी हो जाता है।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देवेष ज्ञानचंदानी ने कहा कि विद्यार्थी जीवन एक स्वर्णिम समय है जो सभी के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आज का यह सत्र वास्तविकता का परीक्षण करने वाला होगा, जहां हम विभिन्न भ्रांतियों का समाधान प्राप्त करेंगे। बुद्धिमान विद्यार्थियों के तीन महत्वपूर्ण प्रकारों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि आपका सम्पूर्ण ध्यान अच्छे अंक अर्जित करने पर होना चाहिए। स्मृति परीक्षण एवं स्वपरीक्षण द्वारा हम उत्तम लक्ष्य निर्धारित कर उसकी प्रभावषीलता का मूल्यांकन कर सकते हैं। एकाग्रता और रूचि पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि एकाग्रता के लिए रूचि एवं अभ्यास होना आवष्यक है। आपकी मनोस्थिति सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम की बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह हमारे देष के माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विद्यार्थियों के लिए एक अनुकरणीय पहल है, जिससे कि विद्यार्थी, परीक्षा के पूर्व तनावरहित होकर अपना श्रेष्ठ प्रदर्षन कर सके। कोविड-19 की विषम परिस्थितियों के संदर्भ में उन्होंने शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के भी लाभ बताये। उन्होेंने प्रतिदिन 10 से 15 मिनट मानसिक व्यायाम करने पर विषेष जोर दिया। सुधीर नचनानी ने कहा कि मैं आपकी संस्था से विगत कई वर्षाें से जुड़ा हूँ। मैं आपके बीच आकर हर्षित हूँ। संस्था के कार्यकर्ता, षिक्षक एवं विद्यार्थी इस संस्था की आत्मा हैं। सुनील ज्ञानचंदानी ने अभिभावक के रूप में विद्यार्थियों से अपनी बात साझा करते हुए कहा कि अपनी नींव को मजबूत बनाने के लिए कार्य करें। इसका लाभ आपको सदैव मिलेगा। हेंड राईटिंग आपके व्यक्तित्व के साथ आपकी अकादमिक गुणवत्ता एवं श्रेष्ठ प्रदर्षन का प्रतीक है, इसे सुधारने का अभ्यास करें।इस सफल आयोजन हेतु महाविद्यालय प्रबंधन ने हर्ष व्यक्त करते हुए सभी को हार्दिक बधाई दी। छात्राओं के लिए यह सत्र ज्ञान एवं ऊर्जा से परिपूर्ण रहा।
0 Comments:
Post a Comment